हर किसी के जिंदगी में समस्याएं आती है पर असली हीरो तो वही होते है। जो उन मुश्किलो का सामना हिम्मत और धैर्य से करते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम एक ऐसी दिल छू लेने वाली प्रेरणादायक कहानियां (Heart Touching Motivational Story in Hindi) साझा करेंगे। जो न सिर्फ़ आपके दिल को छू जाएगी, बल्कि आपको नई ऊर्जा और साहस भी प्रदान करेगी।
बेगुनाह तोता की प्रेरणादायक कहानी (Short Emotional Motivational Story in Hindi)
बहुत समय पहले एक राजा के तीन पुत्र थे और उन तीनो पुत्रों में से वह किसी एक पुत्र को राजगद्दी देना चाहता था। पर किसे?
राजा ने एक तरकीब सोची और तीनों पुत्रों को बुलाकर कहा अगर तुम्हारे सामने कोई अपराधी खड़ा हो तो तुम उसे क्या सजा दोगे? पहले राजकुमार ने कहा की अपराधी को मौत की सजा देना चाहिए।
तो दूसरे ने कहा अपराधी को काल कोठरी में बंद कर देना चाहिए, जब तीसरे राजकुमार की बारी आई तो उसने कहा कि पिताजी पहले यह देख लेना चाहिए कि उसने गलती की भी है या नही।
इसके बाद उस राजकुमार ने उन तीनो को एक कहानी सुनाई। किसी राज्य में एक राजा हुआ करता था उसके पास एक बहुत ही सुंदर सा तोता था।
वह तोता बहुत ही बुद्धिमान और होशियार था। उसकी मीठी वाणी और बुद्धिमता की वजह से राजा उसे हमेशा बहुत खुश रखता था।
एक दिन तोते ने राजा से कहा कि मैं अपने माता पिता के पास जाना चाहता हूं। वह अपने माता-पिता के पास जाने के लिए राजा से विनती करने लगा। तब राजा ने कहा कि ठीक है पर तुम्हें पांच दिन में वापस आना होगा।
वह तोता जंगल की ओर उड़ गया अपने माता-पिता से मिलकर बहुत खुश हुआ। 5 दिनों के बाद जब वह वापस राजा के पास जा रहा था तो उसने एक सुंदर सा उपहार राजा के लिए ले जाने का सोचा। वह राजा के लिए अमृतफल ले जाना चाहता था।
जब अमृत फल लाने के लिए वह पर्वत पर पहुंचा तब तक रात हो चुकी थी। उसने फल को तोड़ा और रात वहीं पर गुजरने की सोची। वह सो रहा था तभी एक सांप आया और उस फल को खाना शुरू कर दिया। सांप का जहर उस पूरे फल में फैल गया था।
सुबह हुई तोता फल लेकर राजा के पास पहुंच गया और कहा राजन! मैं आपके लिए यह अमृतफल लेकर आया हूं। इस फल को खाने के बाद आप हमेशा जवान रहोगे।
तभी मंत्री ने कहा महाराज पहले फल देख भी लीजिए फल सही भी है या नहीं। राजा ने मंत्री की बात मानकर फल का एक टुकड़ा कुत्ते को खिला दिया।
कुत्ता तड़प तड़प कर मर गया। यह देख राजा बहुत क्रोधित हुआ वह अपनी तलवार से तोता का सिर धड़ से अलग कर दिया। राजा ने वह फल बाहर फेंक दिया कुछ समय बाद वहीं पर एक वृक्ष उगा।
राजा ने सख्त हिदायत दी की कोई भी इस वृक्ष का फल न खाए क्योंकि राजा को लगता था यह अमृत फल विषाक्त होते हैं जो वह तोता राजा को खिलाकर मारना चाहता था।
एक दिन एक वृद्ध आदमी उसी पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। उसने उस वृक्ष का एक फल खाया वह जवान हो गया क्योंकि उस वृक्ष पर उगने वाले फल विषाक्त नहीं थे। जब यह बात राजा को पता चली तो उसे अपने किए का पछतावा हुआ। वह अपने करनी पर बहुत लज्जित था।
तीसरे राजकुमार के मुख से यह बात सुनकर राजा बहुत ही खुश हुआ और तीसरे राजकुमार को सही उत्तराधिकारी समझते हुए उसे ही अपने राज्य का राजा चुना।
इस कहानी से सीख
दोस्तों इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि किसी भी अपराधी को सजा देने से पहले यह देख लेना चाहिए कि उसने गलती की भी है या नहीं। कहीं भूल बस आप किसी निर्दोष को सजा न दे दें।
मृतक आदमी की दिल को छूने वाली कहानी (Suvichar Story in hindi)
बहुत समय पहले की बात है एक दौलतमंद इंसान अपने बेटे को वशियत देते हुए कहा बेटा मेरे मरने के बाद मेरे पैरो में ये फटे हुए मोजे (जुराब) पहना देना।
बेटा मेरी इच्छा जरुर पूरी करना पिता के मरते ही नहलाने के बाद बेटे ने पंडित जी से पिता की आखिरी इच्छा बताई। पंडित जी ने कहा हमारे धर्म में मृत्यु के बाद कुछ भी पहनाने की इजाजत नहीं है। पर बेटे की जिद थी कि वह पिता की आखिरी इच्छा जरूर पूरी करे।
बहस इतनी बढ़ गई की कस्बे के सारे पंडितो को जमा करना पड़ा लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला। उसी मुहल्ले का एक आदमी आया और आकार बेटे के हाथ में पिता का लिखा हुआ खत दिया। जिसमे पिता की नसीहत लिखी थी।
मेरे बेटे देख रहे हो दौलत बंगला, गाड़ी, बड़ी बड़ी फैक्ट्री, और फार्म हाउस के बाद भी मैं फटा हुआ मोजा भी अपने साथ नहीं ले जा सकता। एक दिन तुम्हें भी मृत्यु आएगी इसीलिए होशियार हो जाओ।
तुम्हें भी सफेद कपड़े में जाना पड़ेगा। कोशिश करना पैसों के लिए किसी को दुख मत देना। गलत तरीके से पैसे न कमाना, धन को धर्म कार्य में ही लगाना।
सबको यह पता होना चाहिए कि शरीर छूटने के बाद सिर्फ कर्म ही साथ जाएंगे। लेकिन आदमी तब तक धन के पीछे भागता है जब तक उसका निधन नहीं हो जाता।
बेटा कुछ बातों को हमेशा याद रखना जो आपसे दिल से बात करता है उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना। 1 साल में 50 मित्र बनाना आम बात है लेकिन एक मित्र से 50 साल तक मित्रता निभाना खास बात है।
1 मिनट में जिंदगी नहीं बदलती पर 1 मिनट सोचकर लिए हुए फैसले से पूरी जिदंगी बदल सकती है।
इस कहानी से सीख
जीवन में दौलत और भौतिक वस्तुएं हमारे साथ नहीं जाती। मृत्यु के बाद हमारे कर्म ही हमारे साथ होते हैं। इसीलिए कहा गया है कि हमे सही राह पर चलना चाहिए, धन को अच्छे कार्यों में लगाना चाहिए और जीवन में अच्छे रिश्ते और मित्रों को महत्व देना चाहिए।
एक गुरु की मोटिवेशनल कहानी (Student Heart Touching Motivational Story in hindi)
एक बार एक गुरुजी अपने कक्षा में बच्चों को समझाना चाहते थे की प्रकृति सबको समान अवसर देती है और उस अवसर का इस्तेमाल करके आप अपना भाग्य खुद बना सकते हैं।
इसी बात को ठीक से समझाने के लिए गुरुजी ने तीन कटोरा लिया। पहले कटोरा में आलू रखा दूसरे कटोरे में अंडा और तीसरे कटोरे में थोड़ी सी चाय की पत्ती डाल दी।
अब तीनों कटोरो में पानी डालकर गैस में उबलने के लिए रख दिया। सभी छात्र यह सब देखकर हैरान हो रहे थे लेकिन किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था।
कुछ समय बाद जब तीनों कटोरो में उबाल आने लगी तो गुरु जी ने तीनों कटोरो को उतारा और आलू अंडा और चाय की पत्ती को बाहर निकाला। अब गुरुजी ने बच्चों को तीनों कटोरो में गौर से देखने के लिए कहा।
अभी भी किसी छात्र को कुछ समझ नहीं आ रहा था। आखिर में गुरुजी ने एक बच्चे को तीनों को स्पर्श करने के लिए कहा। जब उसे बच्चों ने आलू को हाथ लगाया तो उसने पाया कि आलू पहले तो बहुत कठोर था लेकिन पानी में उबलने के बाद वह एकदम मुलायम हो गया।
जब उसने अंडे को हाथ लगाया तो पाया कि अंडा पहले काफी नाजुक था, लेकिन पानी में उबलने के बाद और कठोर हो गया। अब बारी थी चाय के कप को उठाने की जब छात्र ने चाय के कप को उठाया तो देखा कि चाय की पत्ती गर्म पानी में उबल कर अपना रंग बदल दिया।
अब गुरु जी ने सभी छात्रों को समझाया की हमने तीन अलग-अलग चीजो को समान विपत्ति से गुजारा लेकिन बाहर आने पर तीनों चीजे एक जैसी नहीं मिली।
आलू जो कि पहले बहुत कठोर था वह मुलायम हो गया अंडा जो पहले बहुत मुलायम था वह बहुत कठोर हो गया और चाय की पत्ती ने अपना रूप बदल दिया।
यही बात इंसान की जिंदगी पर भी लागू होती है सभी को समान अवसर मिलते हैं और सामान मुश्किले आती हैं। लेकिन यह पूरी तरह आप पर निर्भर है कि आप परेशानी का सामना कैसे करते हैं और मुश्किल दौर से निकलने के बाद आप क्या बनते हैं।
इस कहानी से सीख
जीवन में सभी को समान विपत्तियां और अवसर मिलते हैं। लेकिन यह हम पर निर्भर करता है कि हम उन कठिनाईयों का सामना कैसे करते हैं और उनसे क्या सिखते हैं। अपने दृष्टिकोण और प्रतिक्रिया के आधार पर हम अपने भविष्य को आकार दे सकते हैं।
दोस्तो हमे उम्मीद है कि Heart Touching Motivational story in hindi का आप पर Positive असर पड़ा होगा। ऐसी ही और भी प्रेरणादायक कहानियां पढ़ने के लिए इस ब्लॉग से जुड़े रहें। इस कहानी को अपने दोस्तों को शेयर जरूर करें।
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Heart Touching Motivational story in hindi FAQ
Q. क्या प्रेरणादायक कहानियों से जीवन में स्थायी परिवर्तन लाया जा सकता है?
A. प्रेरणादायक कहानियां जीवन में बदलाव ला सकती हैं यदि हम उनके संदेह को अपनाए और उसे अपने जीवन में लागू करें। नियमित रूप से ऐसी कहानियां पढ़ने से हमारे सोचने का तरीका बदल जाता है और हम काफी सकारात्मक महसूस करते हैं।
Q. क्या मैं खुद भी एक प्रेरणादायक कहानी लिख सकता हूँ?
A. हां! आप खुद की प्रेरणादायक कहानी लिख सकते हैं अगर आपके पास कोई ऐसी घटना या अनुभव है जो लोगो को प्रेरित कर सकता है। तो आप उसे कहानी के रूप में लिख सकते हैं।
Q. क्या कहानियों का प्रभाव वास्तव में पड़ता है?
A. हां! कहानियों का प्रभाव पड़ता है कहानियां गहरे स्तर से हमे प्रभावित करती है। ये हमारे सोचने का तरीका बदल देती हैं और हमे नई दृष्टि प्रदान करती हैं।
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