खुद पर पूरा भरोसा | Short Motivational Story in Hindi For Success

किसी ने बड़े ही कमाल की बात कही है कि खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो, सहारे कितने भी सच्चे हो एक दिन साथ छोड़ ही जाते है।

Short Motivational Story in Hindi For Success

किसी भी नए काम की शुरुआत करना बहुत ही आसान होता है लेकिन उस काम को पूरा कर पाना उतना ही मुश्किल। जब हम किसी चीज की शुरुवात करते हैं तो उसमें हमे सफलता ही मिले इस बात की गारंटी कभी भी 100% नहीं होती है। लेकिन वो काम हो ही नही सकता ऐसा भी नहीं है।

जब हम किसी नई चीज की शुरुवात करते हैं तो हम खुद से ज्यादा अपनी किस्मत पर भरोसा करके चलते हैं। हम ये सोचते और मानते हैं की किस्मत ने साथ दिया तो सबकुछ ठीक होगा और हमे सफलता भी मिलेगी।

अक्सर किस्मत पर भरोसा रखकर काम करने वाले लोग अपने काम में असफल हो जाते हैं। किसी भी चीज में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है खुद पर भरोसा होना।

ऐसा भरोसा जो बार बार असफल होने के बाद भी आपको ये एहसास दिलाता रहे कि, ये हो सकता है और मैं इसे करके ही रहूंगा। खुद पर इतना भरोसा करना कोई आसान काम नही है।

आज हम आपको इस Short Motivational Story In Hindi For Success के जरिए बताएंगे की क्यों हमे खुद पर पूरा भरोसा रखना चाहिए और साथ ही साथ उस काम पर भी जिसे हम कर रहे हैं।

खुद पर भरोसा की ये कहानी आपको सिखाएगी कि किस तरह भरोसा हमे सफलता दिला सकता है। भरोसा या फिर विश्वास, जब तक खुद पर नही होता तब तक कोई भी काम आसान नहीं होता।

सफलता सिर्फ मेहनत से नही मिलती, खुद पर अगर विश्वास ना हो तो तब भी हम सफल नहीं हो सकते। इस Motivational Story in hindi for Success को एक बार ध्यान से जरूर पढ़ें।

खुद पर पूरा भरोसा – Short Motivational Story In Hindi For Success

एक बार सर्कस में एक आदमी दो बड़े से डंडों के सहारे बंधी एक रस्सी में चलने का खेल दिखा रहा था। वहां बैठे सभी लोग उसकी काफी तारीफ भी कर रहे थे।

जैसे जैसे खेल आगे बढ़ते गया उस व्यक्ति ने रस्सी की ऊंचाई को भी बढ़ाते गया। अब उस व्यक्ति ने अपना आखिरी खेल दिखाया और इस बार उसने अपने बच्चे को कंधे पर बैठाया और उसके साथ ही रस्सी पर चलने लगा।

इस खेल को देख कर सभी लोग टेंशन में आ गए और सोचने लगे की इस बार अगर इसका बैलेंस बिगड़ गया तो बच्चे का क्या होगा। वहां पर मौजूद सभी लोग बड़ी ही शांति के साथ उस खेल को देख रहे थे।

वो आदमी धीरे धीरे रस्सी में आगे की ओर बढ़ रहा था। अपने बेटे की जिंदगी को दांव पर लगा कर उस कलाकार ने वो दूरी भी पूरी कर ली। जैसे ही उसका खेल खत्म हुआ तो सभी लोग उछल पड़े और तालियों की आवाज पूरे सर्कस में गूंजने लगी।

लोग उस कलाकार के साथ photo खींचने लगे, उसके साथ Selfy लेने लगे। हर कोई उसके खेल की बहुत तारीफ करने लगा। थोड़ी देर में माहौल शांत हुआ तो वो कलाकार माइक के सामने आकार बोला,

“क्या आप लोगो को भरोसा है की मैं यह रोल दोबारा भी कर सकता हूं। ”वहां मौजूद सभी लोग बहुत जोश के साथ चिल्लाए, “हां हां, तुम ये फिर से कर सकते हो।”

उसने फिर से पूछा कि, “क्या सच में आपको मुझ पर पूरा भरोसा है?”वो लोग फिर से चिल्लाते हुए बोले, “हाँ, हमें तुम पर पूरा भरोसा है। हम तो इस बात पर शर्त भी लगाने को तैयार हैं की तुम ये खेल सफलतापूर्वक फिर से कर लोगे।”

उस व्यक्ति ने फिर से पूंछा, “पूरा भरोसा है ना?”लोग फिर से चिल्लाते हुए बोले, “हां हां हमे पूरा भरोसा है।”

फिर वह कलाकार बोला, “जब आप सब को मुझ पर इतना भरोसा है तो आप में से कोई मुझे अपना बच्चा दे दे, इस बार मैं उसे अपने कंधे पर बैठा कर ये खेल फिर से दिखाऊंगा।”

ये सुनते ही भीड़ शांत हो गई। लोगों में खामोशी फ़ैल गई। किसी को समझ नही आ रहा था कि अब क्या कहा जाए।

लोगों को शांत देख, कलाकार ने कहा, “क्या हुआ आप लोगो के चेहरे में इतनी ख़ामोशी क्यों है, अभी तो आप लोगों को मुझ पर पूरा भरोसा था की मैं ये खेल फिर से दिखा सकता हूं। असल में आपको केवल भरोसा है की मैं कर लूंगा मगर आपको मुझ पर पूरा भरोसा नहीं है की मैं कर ही लूंगा।”

ऐसा कहकर वो कलाकार अपने बच्चे को कंधे पर बैठाया और फिर से उस रस्सी पर चलने लगा और एक बार फिर उसने वो खेल करके दिखा दिया।

फिर वो माइक पर आकर बोला, “मुझे अपने आप पर पूरा भरोसा है इसलिए मैं ये खेल अपने बच्चे के साथ कई बार कर सकता हूं।”

सीख जो हमे इस Hindi Story For Success से मिलती है

इसी कारण की वजह से हम लोग अपनी जिंदगी में असफल हो जाते हैं क्योंकि हमें खुद पर भरोसा होता है की हम कर लेंगे लेकिन हमें खुद पर और इस बात का पूरा भरोसा नहीं होता की हम कर ही लेंगे।

जब तक हमें अपने आप पर 100% भरोसा नहीं होगा तब तक हम किसी भी काम में जल्दी सफल नहीं हो सकते। खुद पर भरोसा करना बहुत जरूरी है। जिस इंसान को खुद पर भरोसा नहीं होता है।

वो बिना लड़े ही आधी जंग हार जाता है इसलिए किसी भी काम को करने से पहले उसकी पूरी जानकारी रखें, उसकी पूरी प्रैक्टिस करें, ऐसा करने से हमारा उस काम के प्रति भरोसा बढ़ता है।

जैसे यदि आप कोई बिजनेस शुरू करने की सोचते हैं तो पहले उस बिजनेस की पूरी जानकारी लेने की कोशिश करे, जो लोग पहले से वो बिजनेस कर रहे हैं या उसके जैसा ही कोई बिजनेस कर रहे हैं।

तो उनसे बात करें हो सके तो पहले खुद उस काम को सीखे, ऐसा करने से आप उस काम की बारीकी तक पहुंच पाएंगे। ये सब करने के बाद जब आप खुद का काम शुरू करेंगे तो आपको अपने आप पर पूरा विश्वास होगा की आप फेल नहीं होंगे और ऐसा करने से आप बिना ज्यादा मुसीबतों के जल्दी सफल हो जाएंगे।

दोस्तों हमें उम्मीद है कि आपको इस Short Motivational Story in Hindi for Success से आपको कुछ सीखने को मिला होगा। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानियों के लिए जुड़े रहे हमारे इस Blog Post से।

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Short Motivational Story in Hindi For Success FAQ

Q. कहानियां हमें क्यों अच्छी लगती है?

A. कहानियों के माध्यम से भाषा के स्किल पर काम करना एक माध्यम हो सकता है।

Q. कहानियां क्यों लिखते हैं?

A. कहानियां लिखना विचारो को अभिव्यक्त करने की एक कला है। सामाजिक परीक्षेप्य में हमारे सामने जो घटित हो रहा है। उसे एक साहित्यकार उसकी समालोचना या विवेचना अपने शब्दों में करता है।

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