भरोसे की कमी – motivational story for students in hindi

motivational story for students in hindi

जिस इंसान को अपने आप पर भरोसा होता है वह जिंदगी में कुछ ना कुछ मुकाम हासिल कर ही लेता है। बिना भरोसे के किसी चीज को करते रहना ऐसा ही है जैसे किसी हारे हुए खेल को बार-बार खेलते रहना।

जिस तरह सफलता के लिए मेहनत जरुरी है इस तरह खुद पर भरोसा होना भी जरूरी है भरोसा एक ऐसी चीज है जो आपको हमेशा कुछ नया करने के लिए प्रेरित करती रहती है।

किसी भी काम में आप तभी सफल होंगे जब आपके अंदर से आवाज आएगी कि , “हाँ, मैं ये कर सकता हूँ क्यों की मुझे खुद पर भरोसा है।” इसी तरह पढ़ाई में भी हमें खुद पर भरोसा होना बहुत जरूरी है।

अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी करते हैं और दिन रात आप पढ़ाई करते हैं लेकिन मन ही मन यह सोचते रहते हैं कि यह Exam मुझसे नहीं निकल पाएगातो इस Exam को पास करना आपके लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि आप पढ़ाई तो कर रहे हैं लेकिन आपका भरोसा पास होने की तरफ कम और फेल होने की तरफ ज्यादा है।

आज की इस motivational story for students in hindi के जरिए आप समझेंगे कि खुद पर भरोसा होना कितना ज्यादा जरूरी है। इस motivational story for students को पढ़कर आप अपने ऊपर भरोसा करना सीखेंगे और जानेंगे कि किस तरह लोग भरोसे के सहारे ही कितना कुछ हासिल कर लेते हैं।

भरोसे की कमी – motivational story for students in hindi

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बहुत समय पहले की बात है। एक आश्रम में एक साधु रहा करता था। जहां दूर दूर से बच्चे पढ़ने के लिए आते थे। उन सब के बीच एक लड़का ऐसा था जो एकदम बेवकूफ था और पढ़ाई में भी बहुत कमजोर था।

लेकिन उसे अपने गुरु पर बहुत भरोसा था। उसके गुरु उसे हमेशा ये बात कहते थे की, “तुम भले पढ़ाई में कमजोर हो मगर तुम्हें खुद पर भरोसा रखना चाहिए की तुम दूसरों से बेहतर हो और वो सब कर सकते हो जो दूसरे नही कर सकते।”

अपने गुरु के द्वारा कही गई बातों को शिष्य मानता था। आश्रम में मौजूद बाकी शिष्य उससे जलते थे क्योंकि उनके गुरु भी उस शिष्य को बहुत अच्छा मानते थे।

सबको लगने लगा था कि आगे चलकर यही लड़का इस आश्रम को संभालेगा। इसलिए दूसरे शिष्य मिलकर उस लड़के को आश्रम से हटाने का विचार बनाने लगे।

एक दिन वह सभी दोस्त मिलकर उस शिष्य के पास गए और उससे बोले,”अगर तुम्हें खुद पर और अपने गुरु की बातों पर इतना ही भरोसा है तो जो उस सामने वाली पहाड़ी से छलांग मार दो अगर तुम्हारा भरोसा पक्का होगा तो तुम्हें कुछ नहीं होगा।”

उस लड़के ने बिना कुछ सोचे समझे ही उस पहाड़ी से छलांग मार दी। उसे शिष्य के छलांग मारते ही सभी को लगने लगा कि वह नहीं बचेगा। और वह लोग उसे ढूंढते हुए पहाड़ी के नीचे आए।

जब उन्होंने नीचे जाकर कर देखा तो उस पहाड़ी के नीचे एक बड़ा सा तालाब था और वह लड़का उस तालाब में मजे से तैर रहा था। उसने उन शिष्यों को देखकर बोला, “आप सब सही थे, मेरे भरोसे ने मुझे बचा लिया।”

उन बच्चों को लगा कि उसकी किस्मत अच्छी थी इसलिए बच गया कुछ दिनों बाद आश्रम में आग लग गई और दो लोग आग के अंदर फस गए।

सभी शिष्यों को एक बार फिर से बहाना मिल गया और उन्होंने उस शिष्य से कहा कि,”अगर तुम्हें अपने गुरु से सच में लगाओ है तो तुम अंदर जाओ और उन दोनों लोगो को बचा लो”

वो तुरंत अंदर गया और तेज आग की लपटों के बीच में से उन दोनों को बाहर निकाल लाया। उस शिष्य का शरीर तपे हुए सोने की तरह दमक रहा था।

ये सब देखकर बांकि के शिष्यों की आंखे फटी की फटी रह गई। कुछ दिनो के बाद उनके गुरु उन्हें दूसरे आश्रम लेकर जा रहे थे और बीच रास्ते में एक नदी पड़ी। नदी पार करने के लिए सब नाव का इंतजार करने लगे।

ऐसे में अन्य शिष्यों के मन में फिर से शैतानी उठने लगी और उन्होंने उस शिष्य से कहा, “तुम क्यों नाव का इंतजार कर रहे हो। तुम्हारा तो भरोसा बहुत पक्का है। तुम तो इस नदी को चलकर ही पार कर लोगे।”

उनकी बातें सुनकर वो शिष्य उठा और नदी पार करने के लिए नदी पर चलने लगा। इस बार उसके गुरु ने भी उसे ऐसा करते हुए देख लिए और उसे नदी में जाने से रोक लिया।

उन्होंने बाकी के शिष्यों से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया की वो शिष्य पहले भी कई कारनामे कर चुका है। उसे अपने आप पर और अपने गुरु यानी की आप पर पर बहुत भरोसा और उसी भरोसे की वजह से वो ये सब कर पाता है।

गुरु जी ने सबकी बातें सुनी और उस शिष्य से कहा, “तुम ये सब क्या कर रहे हो ?, नदी बहुत ज्यादा गहरी है तुम इसे चलकर पार नहीं कर सकते। ऐसा करना संभव नहीं है।

वो शिष्य बोला संभव है। मैं आपकी शक्ति और अपने भरोसे के दम पर ये कर लूंगा। ऐसा कहते हुए वह नदी पार करने लगा। थोड़ा ही देर में उसने नदी पार कर ली और किनारे पर पहुंच गया।

ये सब देखकर उसके गुरु हैरान हो गए और मन ही मन सोचने लगे की, “यह अज्ञानी मेरी शक्ति और अपने भरोसे के दम पर पानी पर चल सकता है। तो मैं भी अपनी शक्तियों के दम पर यह सब कर सकता हूं।”

फिर वो भी नदी को चलकर पार करने की कोशिश करने लगे। लेकिन नदी में थोड़ा आगे जाकर ही वो डूब गए क्योंकि उन्हें दूसरों की बातों पर भरोसा था ना की खुद पर।

सीख जो हमें इस Motivational story for students in hindi से मिलती है –

भरोसा किसी अज्ञानी व्यक्ति को भी पार लगा देता है लेकिन भरोसे की कमी ज्ञानी व्यक्ति को भी डुबो देती है। अगर आपके अंदर भी भरोसे की कमी है तो आप भी जीवन में कामयाब नही हो पाएंगे।

इस कहानी के अनुसार अपने आप पर भरोसा होने का मतलब ये नही है की आप भी पानी पर चलें या फिर पहाड़ी से कूद जाएं बल्कि खुद पर भरोसा होने का मतलब ये है की आप अपनी मंजिल को पा सकते हैं।

बस आपको सही दिशा में Focus करना है। अगर आपके अंदर भरोसा होगा की आप किसी भी चीज को हासिल कर सकते हैं तो आपका mind कभी भी failure के बारे में नहीं सोचेगा बल्कि आपका mind हमेशा success पर फोकस करेगा।

इसलिए अपने आप पर भरोसा रखो। बस ये सोचो की, “हाँ, मैं ये कर सकता हूँ”। कुछ भी नामुमकिन नहीं है।” जब आप ऐसी सोच रखोगे तभी आपका खुद पर भरोसा बढ़ेगा और आप उन कामों में भी सफलता पा लेंगे जो अभी आपको नामुमकिन लगते हैं।

दोस्तो हमे उम्मीद है कि motivational Story for in hindi का Positive असर पड़ा हो। ऐसी ही और भी प्रेरणादायक कहानियां पढ़ने के लिए इस ब्लॉग से जुड़े रहें। इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ और Students को शेयर जरूर करें।

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motivational story for students in hindi FAQ

Q. कहानियां हमें क्या सिखाती हैं?

A. कहानियों हमें जीवन के बारे में अपने बारे में दूसरे के बारे में सिखाती हैं।

Q. प्रेरक कहानी से क्या शिक्षा मिलती है?

A. कई बार हम बिना प्रयास के ही हार मान लेते हैं तो कई बार जब प्रयास करने के बाद भी कुछ हाथ नहीं लगता है तो मन मसोस कर रह जाते हैं। ऐसे में हमे इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हमको अपने जीवन में सफल होना है या सफलता प्राप्त करनी है। तो बार बार असफल होने के बाद भी प्रयास करते रहना चाहिए।

Q. पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो क्या करना चाहिए?

A. बिना ब्रेक के पढ़ाई करते रहने की वजह से पढ़ाई में मन लगाना बहुत मुस्किल हो जाता है। इसलिए जरूरी है की पढ़ाई के बीच में छोटे छोटे ब्रेक ले। पढ़ाई करते समय ब्रेक लेने से आपकी एकाग्रता में सुधार आता है। पढ़ाई के बीच 1 से 2 मिनट का छोटा ब्रेक लेने से मन भी शांत रहता है।

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